OROP पर पूछे गए सवाल का दिया जवाब वह भी रक्षा मंत्री जी । आखिर क्या सवाल था ? क्या जवाब था ? किसने पूछा था ? एक लेटर शेयर कर रहा हूं और इस लेटर पैड के ऊपर सीधा भारत सरकार की मोहर लगी है आदरणीय राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री , भारत सरकार , डिफेंस मिनिस्टर ऑफ इंडिया । मनीष तिवारी कांग्रेस के एक बड़े लीडर हैं । उन्होंने लोकसभा में माननीय रक्षा मंत्री जी से पूछा कि OROP विसंगतियों को लेकर आपकी क्या राय है ? OROP पर पेंशनर लोगों को सही बेनिफिट मिलेगा या नहीं मिलेगी क्या इन्हें मेडिकल सुविधाएं एमएसपी ही मिलेगा ? जो सवाल पूछे गए थे उसका जवाब एक लेटर का विवरण यहां रखते हैं
10 मई 2023 को एक जवाब आया है मनीष तिवारी जी का नाम पर और जवाब मैं जो लिखा है आगे शेयर करते हैं ।
पर दोस्तों आप जान कर हैरान होंगे – लाखों लाखों की संख्या में डिफेंस मिनिस्टर के नाम पर कितने सारे सवालों को लेकर चिट्ठी आता है उनके डिफेंस मंत्रालय दिल्ली मैं । क्या सवाल था और उस सवालों का जवाब हमारे रक्षा मंत्री महोदय ने ने क्या जवाब दिए हैं एक बार देख लेते हैं | रक्षा मंत्री से क्या बोला यह बात सुनाने से पहले हमें इस लेटर के बारे में जानना जरूरी है |
एक सवाल था जो कि लोकसभा में उठाया गया था और इसे पूछा गया था कि OROP और हेल्थ बेनिफिट प्रो रता बेसिस में सर सर्विस कमीशन ऑफिसर को भी मिलेगा ?
क्या उनको भी मेडिकल सुविधाएं मिलेगी ? दोस्तों यह सवाल सिर्फ अफसर का सवाल है | अफसरों के संदर्भ में उन्होंने किस तरह सफाई से जवाब दिया कि I would like to inform you that the commissioned officers who have been discharged at any grounds — जो डिस्चार्ज होकर आता है वह OROP का सभी लाभ उन्हें मिलेगा चाहे वह रिटायर्ड है डिस्चार्ज है इनवेलिड है चाहे वह सर्विस रिटायरमेंट या फिर पेंशनर का मृत्यु होने पर फैमिली पेंशन ले रहा है सब को लाभ मिलेगा | उनके ऑफिस में कितनी सारी चिट्टियां पहुंचे इस संदर्भ में पर किसी भी पत्रिका का कोई जवाब नहीं दिया | यह मामला कमीशन डॉक्टरों का है तो देखिए जवाब तुरंत ही मिल गया ।
सैनिक संगठन जवानों का हक के लिए लर रहे हैंऔर उनका कहना है कि – हमारे रक्षा मंत्रालय ने Fund Allocation किया , OROP -I दिया पर विसंगतियां रह गई है मैं आज इन विसंगतियों के खिलाफ आया हूं जो कि आप ने बनाया है कि OROP जैसे जवानों के लिए और बाकी सभी रंगों के लिए है पर जो पैसा एलॉट किया गया OROP के लिए , जो संशोधन होना है उस पर बहुत सारे समस्याएं हैं । वह पैसा ऊपर वाले यानी कि कमीशंड ऑफीसरअपने हिसाब से बंदरबांट कर गए जिसमें आपके ब्यूरोक्रेट और हमारे जवानों का जनप्रतिनिधि के नाम पर हमारे सेना के अधिकारी OROP टेबल को इस हिसाब से बनाया ताकि ज्यादा से ज्यादा लाभ उन्हें मिले जवानों को नहीं ।
सवाल उठने पर रक्षा मंत्री जी कहते हैं टेबल मैंने नहीं बनाया पीसीडीए कहते हैं टेबल मैंने नहीं बनाया सीनियर ऑफीसर्स कहते हैं हैं टेबल मैंने नहीं बनाया तो फिर यह OROP Table बनाई किसने रक्षा मंत्री जी ? आपने नहीं बनाई आपका कोई विभागीय अधिकारी जरूर बनाए होंगे जिसमें 90% बेनिफिट केवल और केवल कमीशन अफसर को ही मिलने का प्रावधान है। OROP के लिए निर्धारित किया गया कुल राशि का 90% फौजी अफसरों को मिला है जबकि भारतीय सेना में अफसर केवल मात्र 5% ही है ।
मैं मानता हूं यह सरकार यह कहती कि हमारे पास पैसा नहीं है हमारे पास पैसा नहीं है देने को तो हम मान जाते क्योंकि यह देश हमारा है सरकार हमारी है देश बचाने के लिए हम अपना बलिदान दे सकते हैं – हमें नहीं चाहिए OROP पर जब OROP के लिए फंड allot किया गया है और और वह फंड जवानों को नहीं मिला । इस प्रकार के विसंगति को लिए बिल्कुल आपके पास आएंगे हजार बार आएंगे और हजार तरीके से आएंगे पत्रों के माध्यम से प्रदर्शन धरना आंदोलन सब चलेगा । आप देखे होंगे कि जंतर मंतर पर भूख हड़ताल चला है , प्रदर्शन अभी भी चल रहा है लेकिन आप तक पहुंचाएंगे और आपसे जरूर पूछेंगे जवानों का क्या कसूर है ? क्यों उन्हें अपना अधिकार नहीं दिया जा रहा है ?
अब यह कह कर टाल नहीं सकते हैं कि हमने नहीं बनाई टेबल – आपने नहीं बनाई थी टेबल तो बनाई किसने ? OROP नाम का बंदरबांट किसने किया ? आपकी है MoD ने बनाए हैं OROP टेबल । MoD में बैठे हुए ब्यूरोक्रेट्स ने किया कमीशन अफसरों के साथ सलाह मशवरा । हमारे सेना के अधिकारी ने किया धोखाधड़ी जवानों का साथ और अभी शांति से बैठे है । क्यों कि वह नहीं चाहते किसान का बेटा फूल से रिटायर होने के बाद शान से जिए उनका सम्मान से जीना जरूरी नहीं है उन्हें अगर OROP का लाभ नहीं मिलेगा तो क्या जाता है क्या आता है ? ब्रिटिश अंग्रेज जैसा मानसिकता हमारे अफसरों का अभी भी है और वह जवानों से इतनी दूर बना कर रखना ताकि हमें कोई बेनिफिट ना मिल पाए इसलिए यह ज्ञापन हमें आपके सामने लाना है वह भी हजारों में । पर हमें उनका जवाब कब मिलेगा ? .
अब सभी जे शिवद्वार जबान भाइयों से अनुरोध है कि हम सब को हमारी खुद के लिए हमें संगठित होना होगा । OROP & Equal MSP पर जल्द ही आपको रक्षा मंत्री की तरफ से न्याय जरूर मिलेगा वह मजबूर होंगे जवानों का बारे में सोचने के लिए – आप की कोशिश जारी रहना चाहिए, यह कोशिश बिल्कुल कामयाब होगी ।
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