मिलने लगे शुभ संकेत

वन रैंक वन पेंशन  पर अब हमको वह शुभ संकेत मिलने लगे हैं जिनके लिए हम इंतजार कर रहे थे।   आज आपके दरवाजे पर खुद चाहे वो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हो या प्रिंट मीडिया हो सब पहुंचे।  यहां मुझे किसी की चंद लाइन याद आ रही है क्या खूब कहा है वक्त भी बदलेगा हालात भी बदलेंगे वक्त भी बदलेगा हालात भी बदलेंगे कोशिश करना जारी रख।  

कोशिश करना जारी रखो नजरअंदाज करने वालों के विचार भी बदलेंगे।  आपने सुना होगा किस तरीके से कहा जा रहा था की किस तरह के देश के फौजियों की बदनामी बेइज्जती करवा रहे क्या क्या शब्द इस्तेमाल किया जा रहा था।  आप सब ने सुन हैं और वही किस तरीके से सुपर हिट बना आप सब ने देखा इस की कुछ झलकियां मैं आपके साथ शेर करना चाहता हूं।  

तो देखिए दोस्तों किस तरीके से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया आपके द्वार  पर आया –

मंडी में बन रहा है OROP  पेंशन पार्ट २  को लेकर पूर्व सैनिक भूख हड़ताल पर। 

जिला मुख्यालय में सैकड़ो पूर्व सैनिकों ने 23 जुलाई को देशभक्ति में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाने वाला है।

अंबाला में कार्यालय पर एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठा पूर्व सैनिक वन रैंक वन पेंशन में खामियों को लेकर। 

डिमांड्स को लेकर प्रदर्शन – आज तक।  

भूख खड़ताल में शामिल हुए है हजारो पूरब सैनिक।  हर मंडल और हर पंचायत स्तर पर भी इन भूख हरताल का आयोजन किया गया पूर्व सैनिक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष कैप्टन हित  राम शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया की प्रदेश में लाखो  पूर्व सैनिक और वीर नारियां जिनको  पेंशन मिलती है कमीशन की शर्तों के अनुसार असली प्रारूप में लागू नहीं किया गया इसकी वजह से अन्य रैंक्स और विधवाओं को तो पहले से ही पेंशन कम मिल रही थी लेकिन अब इसके पार्ट २ से पेंशन बढ़ाने की बजे कम हो गई है कई बार विज्ञापन दिए जान के बावजूद अभी तक केंद्र सरकार ने हमारी मांगों को अनसुना किया है।  

अब आने वाली 23 जुलाई को देश भर में विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिला कोटवा में रिटायर फोजू के स्टेशन ने अपने डिमांड को लेकर।  एक बार फिर फ़ौजिओं के आवाज बुलंद होगी – सरकारी ओफ़ीस  के बाहर एक दिन की भूख हड़ताल तय है।   इस तरह की रिपोर्ट अनेकों मीडिया में देखने को मिल रही है।  

हमारी डिमांड शो प्रतिशत लेजिटिमेट है।  कैसे हमारी डिमांड को सर्कार के नजर में लाया जाएँ इसका इंतजाम करना  है।  सब लोग इस आंदोलन पर भाग लें यही होगा हमारा आप लोगों से निबेदन।  

और किस तरीके से प्रिंट मीडिया ने आपकी यह साड़ी खबरें एक के बाद एक हर जगह की ये कवरेज दिया है आप ने देखा सोशल मीडिया पर। सिर्फ वांगी भर है इस तरीके से संडे को मीडिया खुद आपके द्वार चल के आया है और एक-एक नहीं एक-एक जगह पे दो-दो तीन-तीन चार-चार मीडिया वाले आए हैं।  और उन्होंने आपको कवरेज दिया है।  बस आपसे यही गुजारिश है की एकता के साथ शालीनता के साथ , सभ्यता के साथ अपनी मान मर्यादा के साथ जिसके लिए आप जाने जाते हो – अनुशासन के साथ एकजुट हो  और घरों से निकले एक साथ आगे चले।  

जो लोग अभी भी नहीं निकले हैं उनसे अनुरोध है वह भी निकाल के आएं।  जब आप देखते होंगे की किस जिले में कहां पर कितने लोग कैसे निकाल रहे हैं – तो शायद आपके अंदर का इंसान आपसे जरूर कहते होंगे की तू क्या कर रहा है ? तुम क्यों नहीं निकाल के जा रहे हो ? और अगर ये भी आपके अंदर से आवाज नहीं है तो फिर मेरे पास आपको कुछ कहने के लिए शब्द नहीं है।  

जो लोग अभी तक एकजुट नहीं हो पाए उनसे और जो निकाल के भी भटक रहे हैं उनसे सबसे विनती करता हूं की भाई आप जिसके लिए जाने  जाते हो – अनुशासन के लिए एकता के लिए इस तरीके से हो एक रहो और देख रहो अपने हक की आवाज उठाओ और वही आवाज आपको आपकी मंजिल तक पहुंछाएंगे।  और याद रहे 24 का टारगेट होना चाहिए यानी की 2024 से पहले पहले आपने अपनी मंजिल तक पहुंचाना है।   रास्ता एक ही है जो बार-बार कहा जा चुका है और इस रास्ते पे आप चल रहे हो और आपके सामने परिणाम भी आ रहे हैं।  

सैनिक एकता जिंदाबाद।   जय हिन्द जय भारत।