सैनिकों का साथ हो रही है अन्याय: ESM Association

सैनिकों का साथ हो रही है अन्याय और इसके बिरोध में हो रही है देश भर में प्रदर्शन के बारे में इस लेख में जानेंगे। आज मैं आपके साथ कुछ ऐसा हक़ीक़त शेयर करना चाहता हूँ जो की फ़ौजियो के साथ हो रही है विसंगतियों को लेकर है । आप कल्पना भी नहीं की होगी आज पूर्ब सैनिको का धरना प्रदर्शन का क्या रिजल्ट निकल कर आ रही है। आपके सामने चारों तरफ जो चित्र निकल के आ रही है जो की कैमरे में कैद करके दिखा नहीं सकता, देश के जनता देख रहें है, । शायद आपने भी नहीं सोचा होगा इसी तरह के प्रदर्शन और धरना को समर्थन देने के लिए वेटरन्स जवान JCOs घर से निकले जिसका कोई जवाब नहीं है। रिटायर्ड सैनिक और उनके परिबार बर्ग, वॉर विडो निकल के आए सड़कों पर आपने अधिकारों को पाने के लिए । यह कैसी विडंबना है जिन्होंने अपने देश के लिए अपना सुहाग न्योछावर कर दिया उनको न्याय पाने के लिए सड़क पर उतरना पड़ा, उनके साथ जो हो रहे, विसंगतियां हैं, उनका इंसाफ मांगने के लिए सड़कों पर इस उम्र में आना पड़ रहा है । पूरब सैनिको का अधिकारों का लड़ाई को देखते हुए राजस्थान की ज़ी न्यूज़ पर रुका नहीं गया और उसने भी कवरेज दिया जहां पर हमारे ईएसएम फेडरेशन और अन्य सभी एसोसिएशन के इस लड़ाई को देश के सामने ले आये। फेडरेशन के प्रेसिडेंट अर्जुन सिंह राठौड़ जी, जिन्होंने अथॉरिटी को अपना ज्ञापन सौंप। आखिर कब तक सरकार चुप रहेगी तब तक नेशनल मीडिया इस खबर को छुपा के रखेंगे ?

Read in English – https://esminfoclub.com/protest-of-fauji-jawanst-against-anomalies-got-success/amp

काल एक फौजी गाड़ी एक सिविल गारी को टक्कर दे दिया , यह ब्रेकिंग न्यूज़ बन गया था लेकिन – लेकिन बिधबा पेंशनर को उनका हक़ नहीं मिल रहा है , सड़को पड़ उतरना पड़ा – यह न्यूज़ नहीं है। पर फौजी कभी हारते नहीं है , देखिये यह अपने आप में ब्रेकिंग न्यूज़ बनती जा रही है – सर्कार मजबूर हो जाएंगे फौजी जवान JCO, बिधवा जिस तरीके से संयमित तरीके से अनुशासन के साथ आप अपनी विसंगतियों को लेकर सरकार से इंसाफ की मांग कर रहे हो यह अपने आप में एक ब्रेकिंग न्यूज़ बन चुकी है – इसका १०० दिन पूरे हो चुके हैं। किस तरीके से धरना प्रदर्शन चल रही है यह अपने आप में यह दर्शाता है कि पूर्व सैनिक अभी तक उस जज्बे को भुला नहीं है इस जज्बे के साथ जिस हिम्मत के साथ उसने अपने देश की रक्षा की है अब अपने अधिकारों के लिए आज वह उसी तरीके से हर रास्ते को बनाएगा अपने हर शक्ति को सुनाएगा जो उसके प्रोफेशन में आता है या नहीं आता है ऐसा कोई काम ही नहीं जो वह नहीं कर सकता। इमरजेंसी में रातों-रात घंटों में किसी भी नदी के ऊपर ब्रिज बना सकता है , उन्हें किसी की , किसी राजनैतिक पार्टी की सपोर्ट की आवश्यकता नहीं ह।

सैनिक कभी रिटायर नहीं होते है। वह सैनिक किसी के ऊपर डिपेंड नहीं है यह उन्होंने सिद्ध कर दिया। जंतर मंतर तथा देश भर में चल रही है धरने की 100 दिन पूरे होने तक किसी की उन्होंने अपने धरने में एंट्री तक नहीं होने दी। उन्होंने किसी राजनीतिक दल से कभी नहीं सपोर्ट मांगा। पूर्व सैनिक अनुशासित है उन्होंने हर रैली में यह दिखाया – इतनी भरी तादाद में लोग जुड़ते गए, लेकिन इतना अनुशासन के साथ संपन्न हुआ है जो की एक एक्साम्प्ले बन गया देश के सामने। शायद आपको किसी सेलिब्रिटी या कोई प्राइम मिनिस्टर कैंडिडेट की रैलियों में भी इतने ओर्गानिसद रैली देखने को कभी नहीं मिली होग। मेरे पास कोई शब्द नहीं है उसे बयां करने के लिए। सीनियर सिटीजन ८० साल- ९० साल के उम्र में, वीर नारी सभी घर से निकल चुके और जो लोग अभी भी शौच रहें है घर बैठके, उनसे हरमारी निवेदन है की वह भी इस अधिकारों के लड़ाई में योगदान करें।

हम सबका एक ही मुद्दा है पूर्व सैनिकों के साथ जो नाइंसाफी हुई है उसके लिए संघर्ष करना इंसाफ की मांग करना ही हमारा मुख्या उद्देश्य है।
यहां कोई अपना कोई पराया कोई गैर नहीं है एक ही मकसद है कि पूर्व सैनिकों के साथ जो नाइंसाफी हो रही है उसके खिलाफ आवाज उठाना

जो पृर्ब सैनिक, वीर नारी इतने कठिनाई के साथ भी सड़क पड़ हक़ की लड़ाई में हम सब के और से आवाज उठाया है उनको मैं अपनी तरफ से अपने सभी की तरफ से शुभकामनाएं देता हूं और प्रभु से प्रार्थना करता हूं कि उनको दीर्घायु दे, और उन्हें अपने मकसद में सफलता दें । पुरे देश भर से , कोई हिमाचल से, कोई यूपी कोई पंजाब कोई उत्तराखंड कोई तमिलनाडु कोई झारखंड कोई बिहार कोई मध्यप्रदेश और बाकि प्रदेशो और राज्यों से देश के कोएने कोने से लोग जंतर मंतर में आकर प्रदर्शन कर रहें है OROP MSP बिसंगतिओं को लेकर।

उम्मीद करते हैं की बहोत जल्द सर्कार हमारी आवाज को सुनेंगे और देश भर के सैनिक तथा पूर्ब सैनिको के साथ पेंशन, मस्प, प्रमोशन और अन्य बिसयों को लेकर जो बिसंगीतिया है उसे दूर करेंग।